घर में शिवलिंग स्थापित किया जा सकता है लेकिन इसके कुछ नियम होते हैं, जिन्हें निभाना अति आवश्यक है। आगे पढ़ें घर में शिवलिंग रखने से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातें –
शिवलिंग यानी शिव जी का निराकार स्वरूप। जिस प्रकार पुरुष लिंग का अर्थ पुरुष, स्त्रीलिंग का अर्थ स्त्री एवं नपुंसक लिंग का अर्थ निर्जीव वस्तुओं से होता है, ठीक उसी प्रकार शिवलिंग भी शिवजी का प्रतीक है, जो निराकार होता है।
हिंदू धर्म में शिव जी को देवों का भी देव माना गया है। सामान्य मनुष्य के साथ-साथ देवी देवता भी भगवान शिव की पूजा करते हैं। सनातन धर्म से जुड़ा शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो शिवजी की पूजा – अर्चना न करता हो।
भगवान शिव की पूजा में शिवलिंग का भी विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता के अनुसार बिना शिवलिंग के अभिषेक के शिव जी की पूजा अधूरी मानी जाती है। दुनिया में मौजूद किसी भी शिव मंदिर या शिवालय में शिवलिंग मौजूद न हो ऐसा संभव ही नहीं है, क्योंकि शिवलिंग का अभिषेक करने के बाद ही शिवजी की पूजा पूर्ण होती है।
हर शिव मंदिर में शिवलिंग अवश्य स्थापित किया जाता है। परंतु क्या घर में भी शिवलिंग को स्थापित किया जा सकता है ? इससे जुड़े लोगों के मन में कई सवाल होते हैं। अक्सर इस प्रश्न से जुड़े कई मतभेद सामने आते रहते हैं, जिसकी वजह से लोगो के मन में यह भ्रम बना रहता है कि घर में शिवलिंग स्थापित करना चाहिए या नहीं ? और यदि हां तो घर में कौन सा शिवलिंग स्थापित करना चाहिए और घर में शिवलिंग स्थापित करने के क्या नियम है ? एवं घर में शिवलिंग को कहां पर रखना चाहिए ?
घर में शिवलिंग रखने से जुड़े इन सभी सवालों के जवाब आगे इस पोस्ट में दिया गया है। आईए सबसे पहले जानते हैं शिवलिंग को घर में रखना चाहिए या नहीं ?
घर में शिवलिंग को रखना चाहिए या नहीं ?
कई बार लोग शिवजी की नियमित पूजा करने के लिए घर के पूजा घर में शिवलिंग की स्थापना करने के बारे में सोचते हैं । लेकिन उनके मन में इस बात की दुविधा रहती है कि शिवलिंग को घर में रखना चाहिए या नहीं। इस बात को लेकर कई मतभेद भी देखने को मिलते हैं। कुछ लोगों का कहना है कि शिवलिंग को घर में नहीं रखना चाहिए, तो वहीं कुछ लोगों के अनुसार शिवलिंग को घर में रखा जा सकता है।
धार्मिक मान्यता में या किसी भी धर्म पुराण में घर में शिवलिंग स्थापित करना वर्जित नहीं बताया गया है। अतः कोई भी व्यक्ति अपने घर में या घर के मंदिर में शिवलिंग को स्थापित कर सकता है। हालांकि घर में शिवलिंग स्थापित करने से जुड़े कुछ नियम होते हैं जिनका पालन करना अनिवार्य होता है।
घर में शिवलिंग क्यों नही रखना चाहिए ?
कुछ लोग घर में शिवलिंग को ना रखने की सलाह देते हैं। लेकिन किसी भी धर्म ग्रंथ अथवा पुराण में शिवलिंग को घर में न रखने से जुड़ी कोई बात नहीं लिखी गई है । शिवलिंग को घर में न रखने की सलाह सिर्फ इसलिए दी जाती है क्योंकि घर में शिवलिंग रखने से जुड़े कुछ नियम होते हैं, जिनका यदि भली-भांति पालन न किया गया तो फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। हालांकि नियम का पालन करते हुए शिवलिंग को घर में स्थापित किया जा सकता है।
घर में कौन सा शिवलिंग रखना चाहिए ?
धार्मिक मान्यता के अनुसार घर में पारद से बना शिवलिंग रखना सबसे शुभ माना जाता है। यह शिवलिंग चांदी और पारे को मिलाकर बनाया जाता है। पारद शिवलिंग के अलावा स्फटिक का शिवलिंग घर में रखना भी शुभ माना जाता है। इन सबके अलावा घर में सफेद संगमरमर से बना सफेद शिवलिंग और काले पत्थर से बना काला शिवलिंग भी स्थापित कर सकते हैं। घर में शिवलिंग को स्थापित करते समय बस एक बात का ध्यान रखना चाहिए की शिवलिंग का आकार बहुत बड़ा नहीं होना चाहिए। शिव पुराण के अनुसार घर में स्थापित करने वाले शिवलिंग का आकार अगूंठे वाली ऊंगली से बड़ा नही होना चाहिए। इसके साथ ही घर के अंदर स्थापित किए जाने वाले शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा नहीं करवानी चाहिए।
नोट: धार्मिक मान्यता के अनुसार घर में नर्मदा नदी के अंदर से निकले पत्थर से बने शिवलिंग को स्थापित करना बहुत ही शुभ फलदायक होता है।
शिवलिंग को घर में कहां रखना चाहिए ?
घर में शिवलिंग को स्थापित करते समय इस बात का ध्यान रखना सबसे आवश्यक है कि इसे घर के किस स्थान पर स्थापित किया जाए। खासतौर पर दिशा का ध्यान रखना सबसे महत्वपूर्ण है। शिवलिंग को हमेशा घर के उत्तर पूर्व दिशा में ही स्थापित करना चाहिए। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि शिवलिंग को भूल कर भी घर के कोने में नहीं रखना चाहिए। उत्तम यही है कि शिवलिंग को घर के पूजास्थल पर उत्तर पूर्व दिशा में स्थापित किया जाए, जिससे नियमित तौर पर विधि विधान से इसकी पूजा की जा सके।
घर में शिवलिंग स्थापित करने से जुड़ा एक खास नियम यह भी है कि एक बार किसी स्थान पर शिवलिंग स्थापित करने के पश्चात, बार-बार उसका स्थान परिवर्तन ना किया जाए।
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