सफेद संगमरमर से बना सफेद शिवलिंग मन के सभी नकारात्मक विचारों को नष्ट कर, इसे सकारात्मकता से भरता है। आगे पढ़ें घर में सफेद शिवलिंग स्थापित करना चाहिए या नहीं –
सनातन धर्म में शिवलिंग के पूजन को विशेष स्थान दिया गया है। शिवजी के निराकार स्वरूप शिवलिंग के पूजन के कई नियम, और फायदे बताए गए हैं। हिंदुओं के पवित्र धर्मग्रंथ शिव पुराण में भी शिवलिंग की व्याख्या की गई है। शिव पुराण के अनुसार शिवलिंग, शून्य, आकाश, अनंत, ब्रह्मांड और निराकार परम पुरुष का प्रतीक है। इस दुनिया की शुरुआत और अंत दोनों शिवलिंग में ही समाहित है।
शिवलिंग के अंडाकार संरचना में पूरा ब्रह्मांड समाहित है। तीनों लोको के स्वामी, देवों के देव महादेव के निराकार स्वरूप शिवलिंग की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने से, अभिषेक करने से मनुष्य के सारे कष्टों का नाश होता है और जीवन में सुख एवं समृद्धि आती है। हिंदू धर्म के किसी भी शिव मंदिर या शिवाले में शिव जी की प्रतिमा के साथ-साथ शिवलिंग जरूर स्थापित होता है। शिवजी की पूजा, शिवलिंग के अभिषेक के बिना अधूरी होती है।
इस पूरी दुनिया में शिवलिंग के कई प्रकार मौजूद है। शिवलिंग के ये प्रकार इनके रंग और आकार के आधार पर निर्धारित किए गए है। अलग-अलग शिवलिंग की अलग-अलग विशेषता होती है। उन्हें स्थापित करने के नियम, पूजन के फायदे, सब अलग होते हैं। जैसे कल शिवलिंग के फायदे अलग है, तो सफेद शिवलिंग की पूजा अर्चना करने के फायदे अलग।
आगे इस पोस्ट में पढ़ेंगे कि सफेद शिवलिंग का क्या महत्व और विशेषता है ? सफेद शिवलिंग को घर में रखना चाहिए या नहीं और सफेद शिवलिंग की पूजा के नियम और फायदे क्या है ?
सफेद शिवलिंग की विशेषता
हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ शिव पुराण में अलग-अलग प्रकार के शिवलिंग के पूजन के महत्व को बताया गया है। शिव पुराण में सफेद संगमरमर से बने सफेद शिवलिंग की विशेषताओं को भी वर्णित किया गया है। सफेद रंग जिसे शांति, शुद्धता एवं स्वच्छता का प्रतीक माना जाता है, इस रंग के शिवलिंग का भी खास महत्व होता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार अपने नाम और उसके प्रतीक के अनुरूप ही सफेद शिवलिंग की पूजा अर्चना करने से जीवन में सुख, शांति एवं शुद्धता आती है। सफेद शिवलिंग की पूजा करना या शिवलिंग पर कोई भी सफेद वस्तु जैसे – दूध, दही, सफेद तिल, चावल, सफेद फूल अर्पित करना, दोनों ही धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत ही उत्तम माना गया है।
सफेद शिवलिंग के फायदे
- सफेद रंग शांति एवं शुद्धता का प्रतीक है, सफेद शिवलिंग की पूजा करने से जीवन में सुख शांति एवं समृद्धि आती है।
- नियमित तौर पर सफेद शिवलिंग की पूजा अर्चना करने मां के सभी नकारात्मक विचार खत्म होते हैं और जीवन में सकारात्मकता आती है, जिससे मन को शांति एवं सुकून मिलता है।
- धार्मिक मान्यता के अनुसार यदि कोई व्यक्ति लंबे समय से बीमार है, तो उसे सफेद शिवलिंग पर नियमित तौर से दूध एवं तिल का अभिषेक करना चाहिए, इससे लंबे समय से चली आ रही बीमारी से मुक्ति मिलती है।
- सफेद शिवलिंग पर अक्षत यानि चावल चढ़ाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है और सदैव अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखती है, जिससे घर में कभी धन-धान्य की कमी नहीं होती है।
घर में सफेद शिवलिंग रखना चाहिए या नहीं !
घर में सफेद शिवलिंग स्थापित करना चाहिए या नहीं इस पर बात करने से पहले आपको बता दे कि घर में कोई भी शिवलिंग रखना चाहिए या नहीं इस पर भी कई मतभेद है। कुछ लोगों का कहना है कि घर में शिवलिंग स्थापित करना उचित नहीं है, क्योंकि शिवलिंग को घर में स्थापित करने पर यदि सभी नियमों का विधि पूर्वक, भली-भांति पालन नहीं हो सकेगा तो शिव जी के कोप का सामना करना पड़ सकता है। वहीं अन्य लोगों का मानना है कि भगवान शिव दयावान है, जो भूल चूक में हुई गलतियों को माफ करते हैं। अतः शिवलिंग को घर में स्थापित करने में कोई मनाही नहीं है।
नियमित तौर पर शिवजी की पूजा करने के लिए अक्सर लोग घर में भी शिवलिंग की स्थापना करने के बारे में सोचते हैं। अक्सर सफेद शिवलिंग को लेकर लोगों के मन में यह सवाल उठते देखा गया है कि क्या सफेद शिवलिंग घर में स्थापित करना उचित है या नहीं ? तो जी हां सफेद शिवलिंग को भी घर में स्थापित किया जा सकता है, परंतु सफेद शिवलिंग को घर में स्थापित करने के कुछ नियम है जिनका पालन करना अनिवार्य है।
सफेद संगमरमर से बना सफेद शिवलिंग, शांति एवं शुद्धता का प्रतीक है। इसे घर में रखकर इसकी पूजा करने से मन की नकारात्मकता दूर होती है और मन में सकारात्मकता का वास होता है, जिससे मन को शांति मिलती है। ज्योतिषी के अनुसार घर में शिवलिंग को स्थापित करते समय निम्नलिखित नियमों का पालन करना अनिवार्य है –
- घर में शिवलिंग को हमेशा उत्तर पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए।
- शिवलिंग को कभी भी घर के कोने में नहीं रखना चाहिए।
- घर में स्थापित होने वाले शिवलिंग का आकार बहुत बड़ा नहीं होना चाहिए।
- एक बार शिवलिंग को स्थापित करने के पश्चात, बार-बार उसका स्थान परिवर्तन नहीं करना चाहिए।
- घर में शिवलिंग को स्थापित करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी शिवलिंग की स्थापना अकेले नहीं करनी चाहिए। शिवलिंग के साथ मां पार्वती एवं गणेश जी की मूर्ति अवश्य स्थापित करनी चाहिए। इसके साथ नंदी की भी स्थापना कर सकते हैं।
- घर में स्थापित शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा नहीं करना चाहिए।
- घर में शिवलिंग को स्थापित करने के पश्चात नियमित तौर पर सुबह एवं शाम विधि विधान से शिवलिंग का पूजन करना चाहिए।
- शिवलिंग को जहां भी स्थापित किया जाए वहां पर साफ-सफाई का ध्यान रखना आवश्यक है।
- बेवजह बार-बार शिवलिंग को छूने से बचना चाहिए।
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