रुद्राक्ष की उत्पत्ति भोलेनाथ के अश्रुओं से हुई है, यही कारण है कि हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को भोलेनाथ के समान ही पवित्र मानकर, उसकी पूजा की जाती है। इसी के साथ ही अच्छे फल की प्राप्ति के लिए हिंदू धर्म में, व्यक्ति इसे अपने गले में भी धारण करते हैं, कुछ लोग रुद्राक्ष की माला का जाप भी करते हैं।
रुद्राक्ष के वैसे तो कई प्रकार हैं और हर रुद्राक्ष की अपनी विशेषता है तथा हर रुद्राक्ष के फायदे हैं। लेकिन उन्हीं रुद्राक्षों में से कुछ ऐसे भी रुद्राक्ष हैं, जिनकी मान्यता कुछ ज्यादा है और उनको धारण करने के बाद उनके प्रभाव भी आपको ज्यादा देखने को मिलते हैं। यही कारण है पंच मुखी रुद्राक्ष को सबसे अच्छे रुद्राक्ष के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इसके अनगिनत फायदे लोगों के जीवन को सफल बना देते हैं। इसी तरह से 6 मुखी रुद्राक्ष भी है। 6 मुखी रुद्राक्ष के फायदे के बारे में बहुत ही कम लोगों को जानकारी होती है, इसीलिए कुछ ही लोग इसे धारण करते हैं।
आज हम आप से इस पोस्ट में 6 मुखी रुद्राक्ष के फायदे के बारे में बात करेंगे।
6 मुखी रुद्राक्ष की कथा
6 मुखी रुद्राक्ष के फायदे के बारे में जानने से पहले जानते हैं इसकी उत्पत्ति की कहानी। इसकी उत्पत्ति को लेकर ऐसी मान्यता है कि जब राक्षस तारकासुर का आतंक बढ़ गया था, तो इसको रोकने के लिए भगवान शिव ने कार्तिकेय को जीवन प्रदान दिया था। कार्तिकेय उन बीजों में से एक थे, जिसमें भगवान का अंश था। यह बीज कुछ ज्यादा ही गर्मी छोड़ रहा था। इसकी गर्मी इतनी अधिक थी कि इस बीज को अग्नि देव को सौंपना पड़ गया। इसकी गर्मी इतनी ज्यादा थी कि अग्नि देव से भी सहन न हो सकी और फिर अग्नि देव ने भी इस बीज को उठाकर माता गंगा को सौंप दिया।
बीज की गर्मी शांत होने का नाम ले रही थी, इसकी गर्मी इतनी ज्यादा थी कि गंगा का पानी भी वाष्पित होने लगा था। इसकी वजह से माता गंगा ने इस बीज को मां पार्वती के उपवन में बो दिया। पहले तो ये बीज एकल था, परंतु बोने के बाद यह 6 बच्चों में विभाजित हो गया। ये सभी बच्चे रोने लगे। जब मां पार्वती ने उपवन में बच्चों के रोने की आवाज़ सुनी तो वे तुरंत दौड़कर बच्चों के पास आईं। माता पार्वती की एक झलक मिलते ही सारे बच्चे प्रफुल्लित हो उठे और सब शांत हो गए। माता को देखकर ये सभी चेहरे एक साथ आए और एक ही बच्चे के रूप में शामिल हो गए। बस तभी से 6 मुखी रुद्राक्ष का जन्म हुआ। ऐसा माना जाता है की 6 मुखी बच्चों को ब्रह्मा, महेश, माता लक्ष्मी, माता पार्वती और मां सरस्वती के द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। ये सभी देवी देवता सर्वोच्च गुणों से युक्त हैं, इसलिए जो भी व्यक्ति 6 मुखी रुद्राक्ष को धारण करते हैं, उनमें भी सर्वोच्च गुण आते हैं। इसी के साथ ही ब्रह्मा, महेश, माता लक्ष्मी, माता पार्वती तथा मान सरस्वती की कृपा उन पर बनी रहती है।
6 मुखी रुद्राक्ष के फायदे
6 मुखी रुद्राक्ष की उत्पत्ति के बाद, चलिए अब बात करते हैं 6 मुखी रुद्राक्ष के फायदे की।
- 6 मुखी रुद्राक्ष त्रिक चक्र या स्वाधिष्ठान चक्र को सक्रिय करने में मददगार होता है। इससे जो अवरोधक ऊर्जा या नकारात्मक ऊर्जा होती है, वो दूर रहती है।
- 6 मुखी रुद्राक्ष व्यक्ति के मंगल दोष को दूर करने के भी लाभदायक होता है। इसी के साथ जो भी व्यक्ति के पिछ्ले कर्म की गतिविधियां होती हैं, ये उन्हें भी कम करने में मदद करता है। जो भी व्यक्ति छः मुखी रुद्राक्ष को धारण करते हैं, उनकी दिल और आत्मा दोनो शुद्ध होते हैं।
- 6 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से सबसे बड़ा लाभ यह होता है कि जो भी इसे धारण करता है उसके सारे कष्ट और आघात खत्म हो जाते हैं और उसे मुक्ति मिल जाती है।
- जो व्यक्ति 6 मुखी रुद्राक्ष को धारण करता है, वो जीवन में प्रेम, सुंदरता आदि की सराहना करना सीखता है। इसी के साथ रुद्राक्ष धारण करने वाला व्यक्ति प्रकृति तथा लोगों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाना भी सीखता है।
- 6 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से मन शांत और एकाग्र होता है, तथा इससे व्यक्ति स्वस्थ भी रहता है।
- इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसको धारण करने से व्यक्ति की छुपी हुई कलात्मक तथा रचनात्मक अभिव्यक्ति बाहर आती है।
- रुद्राक्ष के 6 मुखी रुप को धारण करने से व्यक्ति की बौद्धिक शक्ति बढ़ती है तथा इसको पहनने से व्यक्ति समझदार होता है। विद्यार्थियों के लिए ये सबसे अच्छा रुद्राक्ष माना जाता है। इससे उन्हें हर परीक्षा में सफलता प्राप्त होती है।
- ऐसा माना जाता है कि 6 मुखी रुद्राक्ष में देवी सरस्वती निवास करती है, इसीलिए इसको धारण करने वाले व्यक्ति को कभी भी धन और समृद्धि की कमी नहीं होती है।
- मिर्गी तथा महिलाओं से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में 6 मुखी रुद्राक्ष काफी सहायक होता है।
- अगर किसी बच्चे को 6 मुखी रुद्राक्ष धारण करवाया जाता है तो इससे बच्चा रोग मुक्त तथा वीर होता है।
- ऐसा माना जाता है कि 6 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति का आकर्षण बढ़ता है।
- जिन व्यक्तियों के जीवन में प्रेम की कहीं कमी है, उन लोगों के लिए 6 मुखी रुद्राक्ष को धारण करना बहुत ही लाभकारी सिद्ध होता है।
- इसको धारण करने से यौन संबंधी समस्याएं भी दूर होती हैं।
- विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि 6 मुखी रुद्राक्ष को पहनने से मधुमेह और थायरॉइड जैसे रोगों को नियंत्रण में रखा जा सकता है।
- इसको धारण करने से मांशपेशियां तथा तंत्रिकाएं सुचारू रुप से काम करने लगते हैं।
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