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हार्ट अटैक से हुआ यूपी के माफिया मुख्तार अंसारी का निधन

1997 में मुख़्तार अंसारी (Mukhtar Ansari Death) ने रखा था जरायम की दुनिया में कदम

यूपी में माफिया डॉन की फेहरिस्त हमेशा से ही काफी लम्बी रही है लेकिन Mukhtar Ansari और उसके गैंग की गिनती बड़े अपराधियों में की जाती थी। लगभग 18 साल से भी ज्यादा समय जेल में बिताने के बाद 28 मार्च को मुख़्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गयी। परिवारी जनों की उपस्थिति में बाँदा के मेडिकल कॉलेज में मुख़्तार अंसारी का पोस्टमॉर्टम किया गया है और साथ ही इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी करायी गयी है। इस दौरान मुख़्तार अंसारी का बेटा उमर अंसारी मौजूद रहा।
आपको बता दें कि यूपी के इस नामी माफिया डॉन को बाँदा जेल में रखा गया था जहाँ उसकी हालत बिगड़ने पर इलाज के लिए बाँदा मेडिकल कॉलेज भेजा गया। वहीं इलाज के दौरान ही मुख्तार अंसारी का निधन हुआ ।

गलत संगति ने बनाया मुख़्तार को क्रिमिनल

एक स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से आने वाले मुख़्तार अंसारी ने अपनी स्नातक की शिक्षा गाजीपुर से की लेकिन साधु और मकनू नाम के दो क्रिमिनल्स के सम्पर्क में आने पर मुख़्तार ने अपना साम्राज्य खड़ा करने की शुरुआत की। 80 के दशक में वह इस गिरोह से जुड़ने के बाद जरायम की दुनिया की हर छोटी बड़ी बारीकीयों को सीखने व समझने लगा और 1997 में पहली बार मुख़्तार अंसारी के गिरोह को पुलिस ने एक अंतरराज्यीय गिरोह के तौर पर दर्ज किया। इसके बाद साल 2005 में वह जेल गया और वहीं से उसने अपने सारे काले कारनामों को ऑपरेट करना भी शुरू कर दिया।

जेल में रहते हुए भी जीता चुनाव

मुख्तार अंसारी का निधन 1

खबरों के अनुसार उस समय की मौजूदा सरकार से पूरा सहयोग मिलने के कारण मुख़्तार ने जेल में रहते हुए भी लगभग पांच बार विधानसभा चुनाव लड़ा और जीता। इसके साथ साथ उसने जेल से ही अपने बिजनेस और क्राइम को भी जारी रखा। मुख़्तार के ऊपर रंगदारी, किडनैपिंग और मर्डर के तमाम मुकदमे दर्ज थे लेकिन मौजूदा सरकार में अपने पद का फायदा उठाते हुए उसने जेल के अंदर भी एक आलीशान जिंदगी बितायी।

यूपी में मुख़्तार को था मारे जाने का खौफ

मुख्तार अंसारी का निधन 2

उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक माफिया डॉन के सफाये से मुख़्तार को अपने भी एनकाउंटर का डर था। इसी कारण से उसने काफी बार यूपी की जेल से निकलने की गुहार लगाई थी। इससे पहले उसे पंजाब जेल में रखा गया था। कानपुर के अपराधि विकास दुबे, इलाहबाद से अतीक अहमद और खुद मुख़्तार अंसारी के राइट हैंड कहे जाने वाले मुन्ना के मरने की ख़बर सुनकर मुख़्तार अंसारी का डर और भी बढ़ गया था। हालांकि परिवार अभी भी यह आरोप लगा रहा है कि मुख़्तार अंसारी को जहर देकर उनकी हत्या करायी गयी है।

  • मुख़्तार अंसारी का जन्म – 30 जून, 1963
  • जन्म स्थान – गाजीपुर
  • उम्र – 60 वर्ष
  • शिक्षा – स्नातक (बीए)
  • मृत्यु – 28 मार्च,2024
  • पेशा – राजनीती, गैंगस्टर
  • पत्नी – अफसा अंसारी
  • पुत्र – अब्बास अंसारी, उमर अंसारी ( दोनों राजनेता हैं)

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