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5,7 मुखी रुद्राक्ष माला सिद्ध करने का मंत्र।

धार्मिक मान्यता के अनुसार रुद्राक्ष माला सिद्ध करने से ही इसकी ऊर्जा जागृत होती है, और तभी इसका लाभ मिलता है। आगे पोस्ट में पढ़े रुद्राक्ष माला को सिद्ध करने का मंत्र क्या है ?

हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को पहनना बहुत ही फायदेमंद बताया गया है। रुद्राक्ष के पहनने के धार्मिक लाभ होने के साथ ही इसको पहनने से स्वास्थ्य से जुड़े भी कई फायदे होते हैं। लेकिन रुद्राक्ष को पहनना आसान नहीं है। धार्मिक मान्यता के अनुसार रुद्राक्ष को पहनने के कई नियम है, जिनका पालन करते हुए ही रुद्राक्ष को पहनना चाहिए अन्यथा रुद्राक्ष पहनने के नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है।

रुद्राक्ष को पहनने से पहले असली और नकली रुद्राक्ष की पहचान होना आवश्यक है। आजकल बाजार में असली रुद्राक्ष की कीमत में ही नकली रुद्राक्ष बेचे जा रहे हैं ऐसे में असली रुद्राक्ष की पहचान न होने पर, कई बार लोग नकली रुद्राक्ष लेकर ही पहन लेते हैं जिसका कोई भी फायदा नहीं होता है।

रुद्राक्ष या रुद्राक्ष की माला पहनने से पहले इसे सिद्ध करना आवश्यक होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार रुद्राक्ष माला सिद्ध करने के बाद ही इसकी ऊर्जा जागृत होती है और यह फायदेमंद होता है। आगे पढ़े रुद्राक्ष माला सिद्ध कैसे करें ?

रुद्राक्ष माला सिद्ध करने का मंत्र

रुद्राक्ष माला सिद्ध करने का मंत्र 4

रुद्राक्ष पहनने का सबसे महत्वपूर्ण नियम है कि रुद्राक्ष की शुद्धता का ध्यान रखा जाए। पहनने से पहले रुद्राक्ष को शुद्ध किया जाए। और फिर इसे मंत्रो से सिद्ध करके ही पहना जाए।

  • रुद्राक्ष की माला सिद्ध करने के लिए सबसे पहले गंगाजल, गाय का दूध, दही, शहद और शर्करा को मिलाकर पंचामृत तैयार करें।
  • घर के मंदिर या पूजा स्थान पर आसन लगाकर बैठ जाए और फिर एक बड़े बर्तन (बढ़ी थाली) में माला को रख दें। और एक दूसरे बर्तन में पंचामृत को रख दें।
  • अब पूजा घर में धूप बत्ती जलाएं और घी का दीपक जलाएं।
  • इसके पश्चात पंचामृत से 5 बार माला को स्नान कराएं। माला को स्नान कराते वक्त माला को जागृत करने का मंत्र ‘ऐं ह्लीं अक्ष मालिकाए नमः’ का 21 बार जाप करें।
  • पंचामृत से स्नान कराने के पश्चात गंगाजल से माला को स्नान कराएं। गंगाजल से स्नान करते वक्त माला से आपको जिस मंत्र का जाप करना है उस मंत्र का जाप करते रहे। उदाहरण के लिए आपको रुद्राक्ष की माला से शिवजी का जाप करना है, तो गंगाजल से स्नान करते वक्त ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जप करते रहें।
  • गंगाजल से स्नान करने के पश्चात माला को किसी साफ रेशमी वस्त्र से पोंछ कर सुखा लें।
  • इसके पश्चात माला को क्लाकवाइज दिशा में घी के दीपक के ऊपर घुमाएंगे।
  • इसके पश्चात क्लाकवाइज दिशा में धूपबत्ती को पांच बार माला के ऊपर घुमाएंगे।
  • इसके पश्चात माला को माथे पर लगाकर मंदिर में रख देना चाहिए। और इस प्रकार रुद्राक्ष माला सिद्ध करने की प्रक्रिया पूरी होती है। अब इस माला को जप के लिए या फिर धारण करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

5 मुखी रुद्राक्ष का मंत्र

रुद्राक्ष माला सिद्ध करने का मंत्र

धार्मिक मान्यता के अनुसार पांच मुखी रुद्राक्ष को भगवान शिव के कालाग्रि रुद्र भगवान के रूप में आशीर्वाद प्राप्त है। पांच मुखी रुद्राक्ष को पहनने के फायदे बहुत हैं। परंतु उग्र प्रकृति होने की वजह से इस रुद्राक्ष को संभालना थोड़ा मुश्किल होता है।

पांच मुखी रुद्राक्ष को सोमवार के दिन धारण करना सबसे उचित माना जाता है। पांच मुखी रुद्राक्ष को पहनने से पहले इसकी ऊर्जा जागृत की जाती है जिसके लिए इसे अभिमंत्रित किया जाता है।

5 मुखी रुद्राक्ष को अभिमंत्रित करने का मंत्र है – ‘ॐ ह्लीं क्लीं नमः’

7 मुखी रुद्राक्ष का मंत्र

रुद्राक्ष माला सिद्ध करने का मंत्र 3

धार्मिक मान्यता के अनुसार 7 मुखी रुद्राक्ष में मां महालक्ष्मी का स्वरूप बसा होता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले व्यक्ति पर मां महालक्ष्मी की कृपा बरसती है। 7 मुखी रुद्राक्ष को धारण करना बहुत फायदेमंद होता है।

इस रुद्राक्ष को सोमवार, शिवरात्रि अथवा सावन महीने में किसी भी दिन नियम पूर्वक पहना जा सकता है। रुद्राक्ष को पहनने से पहले इसकी ऊर्जा जगाने के लिए अभिमंत्रित किया जाता है।

सात मुखी रुद्राक्ष का मंत्र है – ‘ ॐ हुं नमः ‘। इस मंत्र से अभिमंत्रित करने के पश्चात रुद्राक्ष को पहनने से इसकी ऊर्जा का भरपूर लाभ मिलता है।

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