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कालसर्प दोष के नुकसान

कुंडली में कालसर्प दोष होने से व्यक्ति के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है ? कालसर्प दोष के नुकसान क्या हैं ? आगे इस पोस्ट में विस्तार से पढ़ें।

कभी-कभी व्यक्ति के जीवन में हर तरफ मुश्किलें ही मुश्किलें होती है। लाखों उपाय करने के बावजूद मुश्किल का कोई हल नहीं निकलता है। व्यक्ति के जीवन में आने वाली इन बढ़ाओ की वजह इसकी कुंडली में विराजमान कुछ दोष भी हो सकते हैं।

कुंडली में मुख्य रूप से दो तरह के दोष पाए जाते हैं। इन दोष को पितृ दोष एवं कालसर्प दोष के नाम से जाना जाता है। आज इस पोस्ट में हम कालसर्प दोष के नुकसान के बारे में चर्चा करने वाले हैं। कालसर्प दोष के नुकसान को जानने से पहले जानते हैं कि आखिर कालसर्प दोष क्या है ?

कालसर्प दोष –

कालसर्प दोष के नुकसान 1

जब किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु और केतु मिलकर बुरे प्रभाव बनाते हैं तो इस बुरे प्रभाव को कालसर्प दोष के रूप में जाना जाता है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली के एक घर में राहु और उसके विपरीत ग्रह में केतु विराजमान हो और इन दोनों ग्रहों के मध्य में अन्य ग्रह एक ही अक्ष पर स्थित हो तो इस स्थिति में कुंडली में कालसर्प दोष बन जाता है।

कुंडली में कालसर्प दोष बनने से इसका प्रभाव व्यक्ति के पूरे जीवन पर देखने को मिलता है। कुंडली में कालसर्प दोष का बनना बहुत ही नुकसान दायक है। हालांकि कालसर्प दोष के कुछ फायदे भी होते हैं, परंतु फायदों के मुकाबले इसके नुकसान अधिक है।

लिए आगे पढ़ते हैं कुंडली में कालसर्प दोष के नुकसान क्या हैं ?

कालसर्प दोष के नुकसान :

कालसर्प दोष के नुकसान

किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष का साया होने पर इसका प्रभाव उस व्यक्ति के जीवन पर 42 वर्ष तक पड़ता रहता है। कुंडली में कालसर्प दोष के नुकसान कुछ इस प्रकार है –

  • किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष का साया होने पर उसके किसी बड़ी दुर्घटना के शिकार होने का खतरा रहता है।
  • कुंडली में कालसर्प दोष का साया व्यक्ति के जीवन में किसी गंभीर बीमारी की वजह बन सकता है।
  • कुंडली में कालसर्प दोष होने से व्यक्ति की पढ़ाई में रुकावट आती है।
  • कठिन परिश्रम के बाद भी व्यक्ति को बार-बार असफलता का सामना करना पड़ता है।
  • व्यवसाय में लगातार घाटे का सामना करना पड़ सकता है।
  • आर्थिक स्थिति लगातार कमजोर बनी रह सकती है।
  • कुंडली में कालसर्प दोष का साया होने पर शादी विवाह में भी समस्या उत्पन्न होती है और विवाह के पश्चात वैवाहिक जीवन में समस्या, यहां तक कि विवाह टूटने तक की नौबत आ सकती है।
  • संतान सुख से वंचित रहना पड़ सकता है।
  • घर में हमेशा कलह का माहौल बना रहता है।
  • कुंडली में कालसर्प दोष का साया होने पर व्यक्ति पर अकाल मृत्यु दोष का साया भी मंडराता रहता है।

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